Hindi Kavita
हिंदी कविता
"क्यों मार दी जाती हैं"
एक नन्ही सी जान पर,
तनिक दया नहीं आती है,
क्या कसूर रहता है इनका?
क्यों मार दी जाती हैं?
दुनिया में आने से पहले,
कुछ भी समझाने से पहले।
ममता का आँचल न पाती है,
क्यों मार दी जाती है?
देखी न थी किसी की सूरत,
जाने क्या रहती है नीयत।
सिर्फ बेटी है ये इसीलिए,
क्यों मार दी जाती हैं?
क्या अधिकार रहता है सबको,
इनके जीवन को छीनने का।
बिन समझे इनके मन की पीर,
क्यों मार दी जाती हैं?
वजूद पर ही आँच है इनके,
भार समझते है सब इनको।
हर साँचे में ढल तो जाती हैं फिर,
क्यों मार दी जाती हैं?
गृह को ये स्वर्ग बनाती हैं,
पुरुषों को दुनिया में लाती है।
सहे खुशी से हर पीड़ा फिर,
क्यों मार दी जाती हैं?
अभिषेक मिश्र -