कुँवर नारायण की कविता संग्रह: परिवेश : हम-तुम - दो छाया-चित्र

Hindi Kavita

Hindi Kavita
हिंदी कविता

Kunwar-Narayan-kavita

Parivesh : Hum-Tum - Kunwar Narayan

कुँवर नारायण की कविता संग्रह: परिवेश : हम-तुम - दो छाया-चित्र

दो छाया-चित्र
1
नदी-पथ पर डगमगाते चन्द्रमा के पाँव।
नदी-तट पर खोजते शायद प्रिया का गाँव!

2
नदी की गोद में नादान शिशु-सा
अर्द्धसोया दीप ।
झिलमिल चांदनी में नाचती परियाँ,
लहर पर लहर लहरातीं
बजा कर तालियाँ गातीं
सुनाती लोरियाँ
सुनता नदी का लाड़ला बेटा,
चमकते चाँद के चाँदी-कटोरे से
मज़े में दूध पीता।
 

(getButton) #text=(Jane Mane Kavi) #icon=(link) #color=(#2339bd) (getButton) #text=(Hindi Kavita) #icon=(link) #color=(#2339bd) (getButton) #text=(Kunwar Narayan) #icon=(link) #color=(#2339bd)

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!