Gopal Das Neeraj | गोपालदास नीरज

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gopal-das-neeraj

Gopal Das Neeraj ka jeevan parichay
गोपालदास नीरज का जीवन परिचय

गोपालदास नीरज (4 जनवरी 1924-19 जुलाई 2018) हिंदी साहित्य के जाने माने कवियों में से हैं। उनका जन्म उत्तर प्रदेश के इटावा जिला के गाँव पुरावली में हुआ , उनके पिता का नाम बाबू ब्रजकिशोर सक्सेना था । हिन्दी साहित्यकार, शिक्षक, एवं कवि सम्मेलनों के मंचों पर काव्य वाचक एवं फ़िल्मों के गीत लेखक थे। 

गोपालदास नीरज की काव्य पुस्तकें : आसावरी, बादलों से सलाम लेता हूँ, गीत जो गाए नहीं, नीरज की पाती, नीरज दोहावली, गीत-अगीत, कारवां गुजर गया, पुष्प पारिजात के, काव्यांजलि, नीरज संचयन, नीरज के संग-कविता के सात रंग, बादर बरस गयो, मुक्तकी, दो गीत, नदी किनारे, लहर पुकारे, प्राण-गीत, फिर दीप जलेगा, तुम्हारे लिये, वंशीवट सूना है और नीरज की गीतिकाएँ शामिल हैं। 

गोपालदास नीरज की प्रमुख कविता संग्रह : हिन्दी साहित्यकार सन्दर्भ कोश के अनुसार नीरज की कालक्रमानुसार प्रकाशित कृतियाँ इस प्रकार हैं।  
  • संघर्ष (1944)
  • अन्तर्ध्वनि (1946)
  • विभावरी (1948)
  • प्राणगीत (1951)
  • दर्द दिया है (1956)
  • बादर बरस गयो (1957)
  • मुक्तकी (1958)
  • दो गीत (1958)
  • नीरज की पाती (1958)
  • गीत भी अगीत भी (1959)
  • आसावरी (1963)
  • नदी किनारे (1963)
  • लहर पुकारे (1963)
  • कारवाँ गुजर गया (1964)
  • फिर दीप जलेगा (1970)
  • तुम्हारे लिये (1972)
  • नीरज की गीतिकाएँ (1987)
गोपालदास नीरज के पुरस्कार एवं सम्मान : गोपालदास नीरज को कई पुरस्कार व सम्मान प्राप्त हुए।  
  • विश्व उर्दू परिषद् पुरस्कार
  • पद्म श्री सम्मान (1991), भारत सरकार
  • यश भारती एवं एक लाख रुपये का पुरस्कार (1994), उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान, लखनऊ
  • पद्म भूषण सम्मान (2007), भारत सरकार
गोपालदास नीरज के फिल्म फेयर पुरस्कार : फ़िल्म जगत में सर्वश्रेष्ठ गीत लेखन के लिये उन्नीस सौ सत्तर के दशक में लगातार तीन बार इस पुरस्कार के लिए नामांकित किया गया।  
  • 1970: काल का पहिया घूमे रे भइया! (फ़िल्म: चंदा और बिजली)
  • 1971: बस यही अपराध मैं हर बार करता हूँ (फ़िल्म: पहचान)
  • 1972: ए भाई! ज़रा देख के चलो (फ़िल्म: मेरा नाम जोकर)

Gopal Das Neeraj ki Selected Kavita

गोपालदास नीरज का जीवन परिचय

गोपालदास नीरज - दर्द दिया है

गोपालदास नीरज - आसावरी

गोपालदास नीरज - नदी किनारे

गोपालदास नीरज - लहर पुकारे

गोपालदास नीरज - बादर बरस गयो

गोपालदास नीरज - गीत जो गाए नहीं

गोपालदास नीरज - नीरज की पाती

गोपालदास नीरज - प्राण-गीत

गोपालदास नीरज - मुक्तकी

गोपालदास नीरज - गीत-अगीत

गोपालदास नीरज - गीतिका

गोपालदास नीरज - वंशीवट सूना है

गोपालदास नीरज की गीतिकाएँ

गोपालदास नीरज के दोहे

गोपालदास नीरज - हाइकु

गोपालदास नीरज की ग़ज़लें

Gopal Das Neeraj - Dard Diya Hai

दर्द दिया है - Gopal Das Neeraj

मेरा गीत दिया बन जाये - Gopal Das Neeraj

मस्तक पर आकाश उठाये - Gopal Das Neeraj

हज़ारों साझी मेरे प्यार में - Gopal Das Neeraj

छ: रुबाइयाँ - Gopal Das Neeraj

तुम दीवाली बनकर जग का तम दूर करो - Gopal Das Neeraj

दुनिया के घावों पर - Gopal Das Neeraj

तिमिर ढलेगा - Gopal Das Neeraj

धरा को उठाओ, गगन को झुकाओ - Gopal Das Neeraj

चार विचार - Gopal Das Neeraj

उद्जन बम्ब के परीक्षण पर - Gopal Das Neeraj

आदि पुरुष - Gopal Das Neeraj

दो रुबाइयाँ - Gopal Das Neeraj

आज जी भर देख लो तुम चाँद को - Gopal Das Neeraj

विरह रो रहा है, मिलन गा रहा है - Gopal Das Neeraj

उसकी अनगिन बूँदों में - Gopal Das Neeraj

दुख ने दरवाज़ा खोल दिया - Gopal Das Neeraj

एक विचार - Gopal Das Neeraj

एक तेरे बिना प्राण ओ प्राण के ! - Gopal Das Neeraj

सावन के त्योहार में - Gopal Das Neeraj

मन क्या होता है - Gopal Das Neeraj

चाह मंज़िल की - Gopal Das Neeraj

पपिहरा उठा पुकार पिया नहीं आये - Gopal Das Neeraj

तसवीर बन गया - Gopal Das Neeraj

लगन लगाई - Gopal Das Neeraj

जिस दिन तेरी याद न आई - Gopal Das Neeraj

तब तुम आए - Gopal Das Neeraj

प्राण ! मन की बात - Gopal Das Neeraj

तू उठा तो उठ गई सारी सभा - Gopal Das Neeraj

ओ बादर कारे - Gopal Das Neeraj

जा में दो न समायँ - Gopal Das Neeraj

मैं तो तेरे पूजन को - Gopal Das Neeraj

आज मेरे कंठ में - Gopal Das Neeraj

मेरे जीवन का सुख - Gopal Das Neeraj

गीत-नीरज गा रहा है - Gopal Das Neeraj

न बनने दो - Gopal Das Neeraj

Gopal Das Neeraj - Aasavari

दीप और मनुष्य - Gopal Das Neeraj

हर दर्पन तेरा दर्पन है - Gopal Das Neeraj

अधिकार सबका है बराबर - Gopal Das Neeraj

यदि वाणी भी मिल जाए दर्पण को - Gopal Das Neeraj

ओ प्यासे अधरोंवाली - Gopal Das Neeraj

कोई मोती गूँथ सुहागिन - Gopal Das Neeraj

विदा-क्षण आ पहुंचा - Gopal Das Neeraj

बसंत की रात - Gopal Das Neeraj

प्यार न होगा - Gopal Das Neeraj

दूर नहीं हो - Gopal Das Neeraj

पाती तक न पठाई - Gopal Das Neeraj

धनियों के तो धन हैं लाखों - Gopal Das Neeraj

स्वप्न झरे फूल से - Gopal Das Neeraj

हम सब खिलौने हैं - Gopal Das Neeraj

ओ प्यासे - Gopal Das Neeraj

स्नेह सदा जलता है - Gopal Das Neeraj

बुलबुल और गुलाब - Gopal Das Neeraj

अस्पृश्या - Gopal Das Neeraj

दुख के दिन - Gopal Das Neeraj

मुझे तुम भूल जाना - Gopal Das Neeraj

Gopal Das Neeraj - Nadi Kinare

निर्जन की नीरव डाली का मैं फूल - Gopal Das Neeraj

कितना एकाकी मम जीवन - Gopal Das Neeraj

अपनी कितनी परवशता है - Gopal Das Neeraj

मुझको अपने जीवन में हा ! कभी न शान्ति मिलेगी - Gopal Das Neeraj

कितनी अतृप्ति है - Gopal Das Neeraj

साथी ! सब सहना पड़ता है - Gopal Das Neeraj

क्यों उसको जीवन भार न हो - Gopal Das Neeraj

मुझको जीवन आधार नहीं मिलता है - Gopal Das Neeraj

तुमने कितनी निर्दयता की - Gopal Das Neeraj

क्यों रुदनमय हो न उसका गान - Gopal Das Neeraj

मत छुपकर वार करो - Gopal Das Neeraj

खग! उड़ते रहना जीवन-भर - Gopal Das Neeraj

चल रे! चल रे! थके बटोही! थोडी दूर और मंजिल है - Gopal Das Neeraj

मैंने बस चलना सीखा है - Gopal Das Neeraj

लहरों में हलचल - Gopal Das Neeraj

मैं क्यों प्यार किया करता हूँ - Gopal Das Neeraj

जीवन-समर, जीवन-समर - Gopal Das Neeraj

जग ने प्यार नहीं पहचाना - Gopal Das Neeraj

तब मेरी पीड़ा अकुलाई - Gopal Das Neeraj

तिमिर का छोर - Gopal Das Neeraj

इन नयनों से सदैव मैंने सिर्फ नीर झरते देखा है - Gopal Das Neeraj

कोई क्यों मुझसे प्यार करे! - Gopal Das Neeraj

मधु में भी तो छुपा गरल है - Gopal Das Neeraj

रोने वाला ही गाता है - Gopal Das Neeraj

मैंने जीवन विषपान किया, मैं अमृत-मंथन क्या जानूँ! - Gopal Das Neeraj

धड़क रही मेरी छाती है - Gopal Das Neeraj

टूटता सरि का किनारा! - Gopal Das Neeraj

आज आँधी आ रही है - Gopal Das Neeraj

मेरा कितना पागलपन था - Gopal Das Neeraj

अब तो मुझे न और रुलाओ! - Gopal Das Neeraj

घोर तम अब छा रहा है - Gopal Das Neeraj

अब तो उठते नहीं पैर भी कैसे चलता जाऊँ पथ पर - Gopal Das Neeraj

पंथी! तू क्यों घबराता है! - Gopal Das Neeraj

तेरी भारी हार हुई थी! - Gopal Das Neeraj

डगमगाते पाँव मेरे आज जीवन की डगर पर - Gopal Das Neeraj

अब अलि-गुनगुन गान कहाँ हैं - Gopal Das Neeraj

फूल डाल से छूट रहा है - Gopal Das Neeraj

फिर भी जीवन से प्यार तुझे - Gopal Das Neeraj

फिर भी जीवन-अभिलाष तुझे - Gopal Das Neeraj

भार बन रहा जीवन मेरा - Gopal Das Neeraj

हाय, नहीं अब कोई चारा - Gopal Das Neeraj

बादल का अन्तर बरस रहा - Gopal Das Neeraj

पेड़ गिरना चाहता है- Gopal Das Neeraj

चुपके-चुपके मन में रोऊँ, बस मेरा अधिकार यही है - Gopal Das Neeraj

पीर मेरी, प्यार बन जा - Gopal Das Neeraj

था न जीवन भार मुझको - Gopal Das Neeraj

प्रियतम ! क्यों इतनी निष्ठुरता - Gopal Das Neeraj

मधुर, तुम इतना ही कर दो - Gopal Das Neeraj

कर्त्तव्य-पथ, कर्त्तव्य-पथ - Gopal Das Neeraj

हार न अपनी मानूँगा - Gopal Das Neeraj

नभ में चपला चपल चमकती - Gopal Das Neeraj

नष्ट हुआ मधुवन का यौवन- Gopal Das Neeraj

विश्व, न सम्मुख आ पाओगे - Gopal Das Neeraj

आ गई आँधी गगन में - Gopal Das Neeraj

अब दीपक बुझने वाला है - Gopal Das Neeraj

माँझी नौका खोल रहा है - Gopal Das Neeraj

आज माँझी ने विवश हो छोड़ दी पतवार - Gopal Das Neeraj

मैं रोदन ही गान समझता! - Gopal Das Neeraj

तुम गए चितचोर- Gopal Das Neeraj

निकला नभ में एक सितारा - Gopal Das Neeraj

Gopal Das Neeraj - Lahar Pukare

पूर्ण होकर रुदन भी युग-गान बनता है - Gopal Das Neeraj

जय जय जय जयति हिन्द - Gopal Das Neeraj

तब मानव कवि बन जाता है - Gopal Das Neeraj

मधु पीते-पीते थके नयन, फ़िर भी प्यासे अरमान ! - Gopal Das Neeraj

जीवन जहाँ - Gopal Das Neeraj

उसकी प्यास प्रबल कितनी थी - Gopal Das Neeraj

तुम और मैं - Gopal Das Neeraj

क्या हुआ जो साथ छूटा? - Gopal Das Neeraj

दूर मत करना चरण से - Gopal Das Neeraj

अब तुम्हारे ही सहारे - Gopal Das Neeraj

मैं तुम्हारी तुम हमारे - Gopal Das Neeraj

प्राण ! परीक्षा बहुत कठिन है - Gopal Das Neeraj

अब तो ले लो प्राण ! शरण में - Gopal Das Neeraj

प्रेम-पंथ - Gopal Das Neeraj

तब किसी की याद आती - Gopal Das Neeraj

रेखाएँ - Gopal Das Neeraj

नर होकर कर फैलाता है - Gopal Das Neeraj

चलते-चलते थक गए पैर - Gopal Das Neeraj

सजल-सजल निज नील नयन-घन - Gopal Das Neeraj

आज वेदना सुख पाती है - Gopal Das Neeraj

एक दिन भी जी मगर - Gopal Das Neeraj

Gopal Das Neeraj - Badar Baras Gayo

नहीं मिला - Gopal Das Neeraj

नींद भी मेरे नयन की - Gopal Das Neeraj

दिया जलता रहा - Gopal Das Neeraj

पिया दूर है न पास है - Gopal Das Neeraj

मुहूरत निकल जायेगा - Gopal Das Neeraj

बहार आई - Gopal Das Neeraj

कितने दिन चलेगा - Gopal Das Neeraj

मरण-त्यौहार - Gopal Das Neeraj

कफ़न है आसमान - Gopal Das Neeraj

क्यों मन आज उदास है - Gopal Das Neeraj

आ गई थी याद तब - Gopal Das Neeraj

सूनी-सूनी साँस की सितार पर - Gopal Das Neeraj

व्यंग्य यह निष्ठुर समय का - Gopal Das Neeraj

बन्द कूलों में - Gopal Das Neeraj

गीत-अब तुम्हारा प्यार भी - Gopal Das Neeraj

प्यार सिखाना व्यर्थ है - Gopal Das Neeraj

खेल यह जीवन-मरण का - Gopal Das Neeraj

रुके न जब तक साँस - Gopal Das Neeraj

मुस्कुराकर चल मुसाफिर - Gopal Das Neeraj

मेरा इतिहास नहीं है - Gopal Das Neeraj

मैं तूफ़ानों में - Gopal Das Neeraj

यह संभव नहीं - Gopal Das Neeraj

नयन तुम्हारे - Gopal Das Neeraj

ऐसे भी क्षण आते - Gopal Das Neeraj

इतना तो बतलाते - Gopal Das Neeraj

तेरी भारी हार - Gopal Das Neeraj

पराजय भी फिर जय है - Gopal Das Neeraj

धर्म है - Gopal Das Neeraj

फूल हो जो - Gopal Das Neeraj

कल का करो न ध्यान - Gopal Das Neeraj

अब बुलाऊँ भी तुम्हें - Gopal Das Neeraj

आज मेरी गोद में - Gopal Das Neeraj

अभी न जाओ प्राण - Gopal Das Neeraj

मगर निठुर न तुम रुके - Gopal Das Neeraj

नारी - Gopal Das Neeraj

यदि मैं होता घन सावन का - Gopal Das Neeraj

अंतिम बूँद - Gopal Das Neeraj

क्या यही है प्रेम का प्रतिकार? - Gopal Das Neeraj

भूल जाना - Gopal Das Neeraj

बन्द करो मधु की - Gopal Das Neeraj

निभाना ही कठिन है - Gopal Das Neeraj

तब याद किसी की - Gopal Das Neeraj

प्यार नहीं मिलता है - Gopal Das Neeraj

मैं तुम्हें अपना - Gopal Das Neeraj

अब न आउँगा - Gopal Das Neeraj

अब तुम रूठो - Gopal Das Neeraj

Gopal Das Neeraj - Neeraj Ki Paati

आज की रात तुझे आख़िरी ख़त और लिख दूँ - Gopal Das Neeraj

आज की रात बड़ी शोख बड़ी नटखट है - Gopal Das Neeraj

शाम का वक्त है ढलते हुए सूरज की किरन - Gopal Das Neeraj

आज है तेरा जनम दिन, तेरी फुलबगिया में - Gopal Das Neeraj

कानपुर के नाम - Gopal Das Neeraj

पुर्तगाल के नाम - Gopal Das Neeraj

बुझते हुए दीपकों के नाम - Gopal Das Neeraj

साँसों के मुसाफ़िर - Gopal Das Neeraj

फिरका परस्तों के नाम - Gopal Das Neeraj

Gopal Das Neeraj - Pran Geet

क्या करेगा प्यार वह - Gopal Das Neeraj

गीत-तुम झूम झूम गाओ - Gopal Das Neeraj

कोई नहीं पराया - Gopal Das Neeraj

प्रेम-पथ हो न सूना - Gopal Das Neeraj

प्रेम को न दान दो - Gopal Das Neeraj

दुश्मन को अपना हदय जरा देकर देखो - Gopal Das Neeraj

दीप नहीं, दीप का - Gopal Das Neeraj

जलाओ दिए पर - Gopal Das Neeraj

मूर्ख पुजारी है वह जो कहता है - Gopal Das Neeraj

खोजने तुमको गया - Gopal Das Neeraj

जब न तुम ही मिले -Gopal Das Neeraj

तुम्हारे बिना आरती - Gopal Das Neeraj

कहते-कहते थके - Gopal Das Neeraj

इस तरह तय हुआ - Gopal Das Neeraj

यूँही यूँही - Gopal Das Neeraj

आदमी है मौत से लाचार - Gopal Das Neeraj

यह प्रवाह है- Gopal Das Neeraj

आदमी को प्यार दो- Gopal Das Neeraj

कौन तुम हो - Gopal Das Neeraj

एक बार यदि अपने मदिर - Gopal Das Neeraj

भूखी धरती अब भूख मिटाने आती है - Gopal Das Neeraj

सृष्टि हो जाये सुरभिमय इसलिए - Gopal Das Neeraj

"30 जनवरी-एक आदेश" - Gopal Das Neeraj

मन आज़ाद नहीं है - Gopal Das Neeraj

सत्य का निर्माण करती - Gopal Das Neeraj

प्राण की धड़कन - Nadi Kinare - Gopal Das Neeraj

स्वप्न-तरी (Dream Boat)-अनुवाद - Gopal Das Neeraj

Gopal Das Neeraj - Muktaki

लहर गई तो गई, तोड़ किनारे भी गई - Gopal Das Neeraj

हर दिवस शाम में ढल जाता है - Gopal Das Neeraj

हर गली गुनगुनाना ग़लती है - Gopal Das Neeraj

दीप कहने से नहीं जलता है - Gopal Das Neeraj

हाँ तो लिखते हो, किताबों को मगर मत चाटो - Gopal Das Neeraj

गीत आकाश को धरती का सुनाना है मुझे - Gopal Das Neeraj

हम उबलते हैं तो भूचाल उबल जाते हैं - Gopal Das Neeraj

मंझधार में कूदूँ तो वह साहिल बन जाय - Gopal Das Neeraj

हर रीते हुए पत्र को हम भर देंगे - Gopal Das Neeraj

खोजने तुम को गया मठ में विकल अरमान मेरा - Gopal Das Neeraj

गो परीशाँ हूँ बहुत रूप की इस बस्ती में -Gopal Das Neeraj

रागिनी एक थी आँसू की मेरी उम्र मगर - Gopal Das Neeraj

याद बन-बन के कहानी लौटी - Gopal Das Neeraj

हाथों में वो शोणित से भरा घट लेगा - Gopal Das Neeraj

जल्दी ही बहुत पाप का घट भरता है - Gopal Das Neeraj

इस शहर की हर एक सड़क गन्दी है - Gopal Das Neeraj

वक्त की चाल है अजब प्यारे - Gopal Das Neeraj

कोई जाने नहीं वो किसकी है - Gopal Das Neeraj

नेताओं ने गांधी की क़सम तक बेची - Gopal Das Neeraj

तू कवि है तो फिर काव्य को बदनाम न कर - Gopal Das Neeraj

क्या कहें यार हमें यारों ने क्या-क्या समझा - Gopal Das Neeraj

Gopal Das Neeraj - Geet-Ageet

गीत-विश्व चाहे या न चाहे - Gopal Das Neeraj

सारा जग बंजारा होता - Gopal Das Neeraj

मैं पीड़ा का राजकुँवर हूँ - Gopal Das Neeraj

सारा जग मधुबन लगता है - Gopal Das Neeraj

उनकी याद हमें आती है - Gopal Das Neeraj

खिड़की बन्द कर दो - Gopal Das Neeraj

अब सहा जाता नहीं - Gopal Das Neeraj

तुम ही नहीं मिले जीवन में - Gopal Das Neeraj

बिन धागे की सुई ज़िन्दगी- Gopal Das Neeraj

जीवन नहीं मरा करता - Gopal Das Neeraj

सारा बाग़ नज़र आता है -Gopal Das Neeraj

रीती गागर का क्या होगा - Gopal Das Neeraj

मात्र परछाईं हूँ - Gopal Das Neeraj

खिड़की खुली - Gopal Das Neeraj

मोती हूँ मैं - Gopal Das Neeraj

द्वैताद्वैत - Gopal Das Neeraj

पायदान - Gopal Das Neeraj

हरिण और मृगजल - Gopal Das Neeraj

धनी और निर्धन - Gopal Das Neeraj

बेशरम समय शरमा ही जाएगा - Gopal Das Neeraj

Gopal Das Neeraj - Geetika

खुशबू सी आ रही है इधर ज़ाफ़रान की - Gopal Das Neeraj

अब के सावन में शरारत ये मेरे साथ हुई - Gopal Das Neeraj

हम तेरी चाह में, ऐ यार ! वहाँ तक पहुँचे - Gopal Das Neeraj

कि दूर-दूर तलक एक भी दरख़्त न था - Gopal Das Neeraj

कोई दरख़्त मिले या किसी का घर आये - Gopal Das Neeraj

बदन प' जिसके शराफ़त का पैरहन देखा - Gopal Das Neeraj

बात अब करते हैं क़तरे भी समन्दर की तरह - Gopal Das Neeraj

जागते रहिए ज़माने को जगाते रहिए - Gopal Das Neeraj

तेरा बाज़ार तो महँगा बहुत है - Gopal Das Neeraj

निर्धन लोगों की बस्ती में घर-घर कल ये चर्चा था - Gopal Das Neeraj

कुल शहर बदहवास है इस तेज़ धूप में - Gopal Das Neeraj

जो कलंकित कभी नहीं होते - Gopal Das Neeraj

उनका कहना है कि नीरज ये लड़कपन छोड़ो - Gopal Das Neeraj

गीत जब मर जायेंगे फिर क्या यहाँ रह जायेगा - Gopal Das Neeraj

भीतर-भीतर आग भरी है बाहर-बाहर पानी है - Gopal Das Neeraj

मुझ पे आकर जो पड़ी उनकी नज़र चुपके से - Gopal Das Neeraj

मंच बारूद का नाटक दियासलाई का - Gopal Das Neeraj

देखना है मुझ को तो नज़दीक आकर देखिये - Gopal Das Neeraj

Gopal Das Neeraj - Vanshivat Suna Hai

किसके लिए ? - Gopal Das Neeraj

आँसू जब सम्मानित होंगे - Gopal Das Neeraj

अपनी बानी प्रेम की बानी - Gopal Das Neeraj

प्यार की कहानी चाहिए - Gopal Das Neeraj

भाव-नगर से अर्थ-नगर में - Gopal Das Neeraj

ठाठ है फ़क़ीरी अपना - Gopal Das Neeraj

चल औघट घाट प यार ज़रा - Gopal Das Neeraj

यह प्यासों की प्रेम सभा है - Gopal Das Neeraj

बिन खेवक की नैया - Gopal Das Neeraj

सोनतरी अभी कहाँ आई - Gopal Das Neeraj

मैंने वह अँगूठी उतार दी - Gopal Das Neeraj

सबसे ग़रीब इन्सान - Gopal Das Neeraj

ओरे मन ! - Gopal Das Neeraj

कुछ और दीखे ना - Gopal Das Neeraj

अब नहीं - Gopal Das Neeraj

ओ हर सुबह जगाने वाले - Gopal Das Neeraj

डाल अमलतास की - Gopal Das Neeraj

कारवां गुज़र गया - Gopal Das Neeraj

मेरे हिमालय के पासबानो - Gopal Das Neeraj

जवानी है क़लम मेरी - Gopal Das Neeraj

उतरा है रंग बहारों का - Gopal Das Neeraj

रचना आपात काल की - Gopal Das Neeraj

Gopal Das Neeraj - Selected Ghazals

तमाम उम्र मैं इक अजनबी के घर में रहा - Gopal Das Neeraj

हम तेरी चाह में, ऐ यार ! वहाँ तक पहुँचे - Gopal Das Neeraj

अब तो मज़हब कोई ऐसा भी चलाया जाए - Gopal Das Neeraj

दूर से दूर तलक एक भी दरख्त न था - Gopal Das Neeraj

गुमनामियों मे रहना, नहीं है कबूल मुझको - Gopal Das Neeraj

है बहुत अंधियार अब सूरज निकलना चाहिए - Gopal Das Neeraj

अब के सावन में शरारत ये मेरे साथ हुई - Gopal Das Neeraj

जब चले जाएंगे लौट के सावन की तरह - Gopal Das Neeraj

जितना कम सामान रहेगा - Gopal Das Neeraj

खुशबू सी आ रही है इधर ज़ाफ़रान की - Gopal Das Neeraj

एक जुग ब'अद शब-ए-ग़म की सहर देखी है - Gopal Das Neeraj

जब भी इस शहर में कमरे से मैं बाहर निकला - Gopal Das Neeraj

बदन पे जिसके शराफ़त का पैरहन देखा - Gopal Das Neeraj

गगन बजाने लगा जल-तरंग फिर यारो - Gopal Das Neeraj

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