कभी लफ़्ज़ों से गद्दारी न करना - वसीम बरेलवी Kabhee Lafzon Se Gaddaaree Na Karana - Wasim Barelvi

Hindi Kavita

Hindi Kavita
हिंदी कविता

कभी लफ़्ज़ों से गद्दारी न करना - वसीम बरेलवी
Kabhee Lafzon Se Gaddaaree Na Karana - Wasim Barelvi


कभी लफ़्ज़ो से गद्दरी न करना
ग़ज़ल पढना, अदाकारी न करना

जो मेरी ज़िन्दगी के साथ की है
वही मरने पे फ़नकारी न करना

Wasim-Barelvi

मेरे बचचों के आंसू पोंछ देना
लिफाफे का टिकट जारी न करना

इलाही ख़ाक तो कर देना, लेिकन
किसी शोले को िचनगारी न करना

(getButton) #text=(Jane Mane Kavi) #icon=(link) #color=(#2339bd) (getButton) #text=(Hindi Kavita) #icon=(link) #color=(#2339bd) (getButton) #text=(Wasim Barelvi) #icon=(link) #color=(#2339bd) (getButton) #text=(मेरा क्या - बरेलवी) #icon=(link) #color=(#2339bd)

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!